Poetry

मां का दिल….

ये मां का दिल होता है,
सेज बच्चों के लिए सजा फूलों की
खुद कांटों पे लेटा है।
खैरियत की दुआ मांगने
अंगारों पे चल लेता है।
ये मां का दिल होता है।
धूप जिंदगी की जो जलाने लगे,
तो आंचल की छांव देता है,
देख उदासी जरा चेहरे पे,
झट नज़र उतार लेता है,
ये मां का दिल होता है।
ये मां का दिल होता है।
नींद में करीब बैठ,
चेहरा निहारा करता है,
दुःख मांगता बच्चो के
बदले में आशिषे हज़ार देता है।
ये मां का दिल होता है।
ये मां का दिल होता है।
माना कि सवालों की झड़ी सी मां
पर हर सवाल में फिक्र छुपा होता है।
तुम ख़फ़ा  हो लेते हो,
मां का हाल कहां समझ आता है।
ये मां का दिल होता है।

~Neeru Jain

Jaipur, India

Comments are closed.