Poetry

विनम्रता में शक्ति

विनम्रता में अनंत शक्ति का संचार होता है,

इतनी की यह अहंकार के अजेय गढ़

को भी नष्ट करने में सक्षम है।

 

 अहंकार ग्रेनाइट की तुलना में भी

अधिक शक्त होती है।

 जो व्यक्ति विनम्रता के दिव्य गुण से संपन्न है,

 वह तीनों लोकों को जीतने का सामर्थ रखता है।

 

विनम्र व्यक्ति वास्तव में धन्य है।

  वह जल्द ही शाश्वत शांति के

 क्षेत्र में प्रवेश करेगा।

 

 श्रुति और उपनिषदों की भावना को

 सौ वर्षों में भी अभिमानी व्यक्ति नहीं समझ

सकता है और जो खुद को बहुत विद्वान समझते हैं।

 

कोई भी अभिमानी और गर्व से भरे

व्यक्तिओं को पसंद नहीं करते |

सामने में भले ही प्रशंसा करते हों,

परन्तु पीठ पीछे हमेशा अहंकारी होने

का दाग लगाकर नापसंद और बुराई करते हैँ |

 

इसके बिपारित लोग उस व्यक्ति को

पसंद करते हैँ जो बिनम्र होते हैँ;

और जिनमे दिखावा और घमंड नहीं होता है|

 

आज भी हमारे प्रिय राष्ट्रपति

श्री ए. प. जे. अब्दुल कलाम जी

को लोग प्यार और सम्मान से याद करते हैँ

क्योंकि उनमे कभी कोई घमंड या अहंकार

नहीं था; वे ता उम्र विनम्र बने रहे और

देश की सेवा में अपना सारा जीवन को

समर्पित कर दिए थे|

 

इसलिए अभिमान को त्यागना चाहिए

और हमेशा विनम्र बनकर ही रहना चाहिए।

 

~Sidhartha Mishra

    Sambalpur, India

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