Poetry

नफरत

अगर कराना है बर्बाद हमें,

तो मोहब्बत हमसे करोगे?

                                     

करोगे अगर नफरत,

तो खुद ही बर्बाद हो जाओगे।

                                     

उसूल जिंदगी का है हमारा,

जीना है मोहब्बत में,

मरना है मोहब्बत में,

अपने पे उतर आया तो

मोहब्बत करने वालो के लिए

बर्बाद भी हो जाना है मोहब्बत में।

                                     

नफरत करने वालो से जलन नहीं होती है।

बस उनकी नफरत हमारे छुपे हुए चिंगारियों को आग में बदल देती है।

जब आग लग जाती है सीने में,

तूफान भी आ जाता है।

आँधी बनकर रूह को एक-एक करके नोचता है।

                                     

भड़के हुए शोलों को कोन बुझा पाता है?

बुझाना अगर चाहते हो तो गले लगाया करोगे?

अगर कराना है बर्बाद हमें,

तो मोहब्बत हमसे करोगे?

                                                   

~Kamal Nanwani 

Mumbai, India

4 Comments

  1. Amazing 👏👏

  2. Great work buddy

  3. This couldn’t get more beautiful, every word ,every line expresses so much emotion ,it’s simply splendid.

  4. Pretty♡