Poetry

रिश्तों की नींव

हर रिश्ता
विश्वास का होता है,
रिश्ते की पहचान इसी
एहसास से हुआ करती है,
चुटकी भर का अविश्वास
रिश्ते में खटास पैदा कर देता है।
फिर कितनी भी विश्वास की चीनी डालो
रिश्ते में वो मिठास नहीं ला सकती ।
                                                        
सच्चाई की राह
रिश्तों को मजबूत बनाती है,
इस मजबूती को कायम रखना है
आज के समय का दुष्करतम कार्य।
स्वार्थी घुटने टिकने में देर नहीं लगती,
सच की पथरीली व झूठ की मखमली,
दूसरी राह चुनने को तत्पर सभ्य इंसान
विश्वास करने के लायक नहीं रहता।
                                        
रिश्तों की लय
जीवन का संगीत होती है,
इस संगीत का सुर ताल बिगड़ा
मानो मुठ्ठी से रेत का फिसल जाना
बड़ी शिद्दत से रिश्ते निभाने चाहिए
हर मुस्कान को चाहिए इनकी मजबूत  नींव
जीवन जीने का मकसद हैं रिश्ते
ख़ज़ाने की तरह संजोए रखना चाहिए ।
                                        
~Dr. Kailash Nath Khandelwal
Agra, India

Comments are closed.