Poetry

माँ की सीख

ज़िंदगी को खुल कर जीना

माँ ने सिखाया,

सर हमेशा ऊंचा रखना

 माँ  ने बतलाया,

चेहरे पर मुस्कान बनाना

माँ ने समझाया,

मेरी खुशियों के लिए मां ने

हमेशा अपने हाथों को बांधे रखा

 यह माँ ने नहीं, बल्कि

उसके शरीर पर लगे

चोट के निशानों ने अर्थाया,

शायद इसीलिए माँ ने मुझे

 हमेशा उड़ना सिखाया।

 

                                          ~Anamika Dubey

                                       Mirzapur, India

2 Comments

  1. A mother alone can bear all sorts of miseries & taunts for her child. She is a God on earth & the heart beat of her children.

  2. Can’t agree more!