तुमने तो बस दोस्त भी बनना गवारा न किया
तुमने तो बस दोस्त भी बनना गवारा न किया हम तुम्हें दर्जा ख़ुदा का देते देते रह गए| रेत की दीवार से टिक कर खड़े थे आज तक हम वही रिश्ते ,वही जज़्बे निभाते रह गए हम मोहब्बत में भी खुद्दारी नहीं भूले कभी इसलिए तो हाले दिल भी कहते […]